Diabetes का खतरा कम कैसे करें:
एक नियमित योग पाठ्यक्रम और जीवनशैली समायोजन, केवल जीवनशैली समायोजन की तुलना में टाइप 2 Diabetes के जोखिम को कम कर सकते हैं। यह बात डायबिटीज एंड मेटाबोलिक सिंड्रोम: क्लिनिकल रिसर्च एंड रिव्यू में प्रकाशित एक अध्ययन में पाई गई।
शोध के अनुसार, “18.9 प्रतिशत पूर्व मधुमेह वाले लोगों ने केवल जीवनशैली बदलने से मधुमेह विकसित किया”। लेकिन जब जीवनशैली में बदलाव के साथ योग भी शामिल किया गया, तो “केवल 11.5 प्रतिशत लोगों ने मधुमेह विकसित किया”।
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अध्ययन के प्रमुख अन्वेषक, GTB अस्पताल के वी मधु ने कहा कि निष्कर्षों से पता चला कि टाइप 2 Diabetes की शुरुआत को रोकने में केवल जीवनशैली बदलने की बजाय योग और जीवनशैली बदलने का संयोजन अधिक फायदेमंद था।
दुनिया भर और भारत में टाइप 2 Diabetes (T2D) का बोझ बहुत अधिक है। भारत में 77 मिलियन से ज्यादा लोग मधुमेह से पीड़ित हैं। इनमें से कई लोग प्रीडायबिटीज से ग्रस्त हैं, जिससे उनके T2D होने का खतरा बढ़ जाता है। इस अध्ययन में टाइप 2 Diabetes के खतरे को कम करने में योग की प्रभावशीलता की जाँच की गई।
अध्ययन में 30 से 70 साल के 974 लोगों को शामिल किया गया जिनका बॉडी मास इंडेक्स (BMI) 23 किग्रा/मी² या उससे अधिक था। इन्हें दो समूहों में बाँटा गया: “योग + जीवनशैली समूह” में 488 लोग और “केवल जीवनशैली समूह” में 486 लोग। शोधकर्ताओं ने पाया कि योग उन लोगों के लिए खास फायदेमंद था जिनका इम्पेयर्ड ग्लूकोज टॉलरेंस (IGT) या HbA1c स्तर 6 प्रतिशत या उससे अधिक था।
योग तनाव को कम करने, स्वस्थ लोगों में अवसाद और चिंता घटाने, टाइप 2 मधुमेह के रोगियों में मानसिक स्वास्थ्य सुधारने, और HPA (Hypothalamic-Pituitary-Adrenal) प्रणाली को सही रखने में मदद करता है।
योग आसन जीन को बदलते हैं, जिससे मांसपेशियों की गतिविधि, शक्ति, सहनशक्ति और लचीलापन बढ़ता है। इसका मोटापे और इंसुलिन प्रतिरोध पर अच्छा प्रभाव पड़ता है। मांसपेशियों में बेहतर रक्त प्रवाह और आराम से ग्लूकोज अवशोषण बढ़ता है।
सन्दर्भ (References):
- Hypothalamic Pituitary Adrenal [https://my.clevelandclinic.org/health/body/hypothalamic-pituitary-adrenal-hpa-axis-ClevelandClinic]
- T2D [https://en.wikipedia.org/wiki/Type_2_diabetes-Wikipedia]
- मधुमेह [https://laafonlearn.com/diabetes-disease-LaafonLearn.com]