India में Pharma Wholesale Business कैसे करें इस Blog में हम Full details में जानेंगे। यह प्रश्न बहुत लोग जानना चाहते हैं कि How to start Pharma Wholesale Business in India ? लाखो लोग यही जानना चाहते हैं।
दोस्तों भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा आबादी वाला देश है। जनसख्या का इतना ज्यादा घनत्व होने के कारण यहाँ पर Medicines की खपत भी बहुत ज्यादा है। भारत में Pharma बिज़नेस करना हमेशा ही आसान और दूसरों से बेहतर रहा है। Pharma Wholesale बिज़नेस उनमे सबसे बेहतर और कम खर्चीला माना जाता है ,
भारत में Pharma Business कऱीब 30 Billion USD का है , जो साल 20% CAGR के rate से सालाना बढ रहा है। आप सब के मन में एक ही ख्याल आ रहा होगा कि भारत में Pharma Wholesale बिज़नेस कैसे शुरू करे ?. आज मैं आपके इसी सवाल का उत्तर देने की कोशिश करूँगा कि India में Pharma Wholesale का बिज़नेस कैसे करे। इस पूरी Process को हम 6 मुख्य भागों में बांट सकते हैं। जो इस प्रकार हैं।
- दुकान या गोडाउन का चयन
- फार्मासिस्ट या कॉम्पिटेंट पर्सन का चुनाव
- शॉप में स्टोरेज व्यवस्था
- ड्रग लाइसेंस लेना
- GST में रजिस्ट्रेशन करवाएं
- अपने प्रोडक्ट मार्केटिंग या फ्रैंचाइज़ी बिज़नेस
दोस्तों आज मैं आपको बताऊंगा की कैसे:
दवाओं की मार्केटिंग का काम कैसे शुरू किया जाए?
How to start Pharma Marketing Business in Hindi?
Must Read: How to start pharma business in English
1. दुकान या गोडाउन का चयन :
दोस्तों होलसेल बिज़नेस के लिए दुकान या गोडाउन की लोकेशन का प्राइम लोकेशन होना इतना महत्त्व नहीं रखता जितना रिटेल मेडिसिन्स बिज़नेस में होता है. अगर आप कही मैं रोड से हटकर साइड रोड या किसी गली में भी दुकान चुनते हैं तोह आपके बिज़नेस पर कोई सेल इम्पैक्ट नहीं आएगा , क्योंकि इस बिज़नेस में चलता फिरता कस्टमर नहीं आता इसमें तो पहले से परिचित या जानकर रिटेल शॉप के मालिक ही परचेस करने आते हैं जिनको पहले से ही आपकी दुकान की लोकेशन पता है और वो आपके किसी भी लोकातिओंपर आ आजएंगे.
2. फार्मासिस्ट या कॉम्पिटेंट पर्सन का चुनाव :
दोस्तों आपको ड्रग लाइसेंस लेने के लिए एक फार्मासिस्ट या compitent पर्सन का इंतज़ाम करना पड़ेगा जिसकी निगरानी में आप सेल परचेस करोगे, यह Drugs &Cosmetic Act-1940 and Rules 1945 में अंकित है. क्योंकि कोई भी आम इंसान मेडिसिन्स की sale & Purchase के लिए मान्य नहीं है. केवल बेचलर ऑफ़ फार्मेसी और डिप्लोमा इन फार्मेसी ही मेडिसिन्स की सेल और purchase के कार्य करने के लिए मान्य हैं कोई भी Registered फार्मासिस्ट आपको 3000 रूपए से लेकर 6000 रुपये प्रति महीना में आराम से मिल जायेगा.
इसे भी पढें :
1 . कोरोना में कारगर आयुर्वेदिक medicines !
2 . Guru Purnima 2020 | गुरु पूर्णिमा क्यों मनाई जाती है ?
३. Corona Virus a Media Hype and Hysteria | COVID-19 एक मीडिया प्रकरण !
3. शॉप में स्टोरेज व्यवस्था:
दोस्तों जब भी आप मेडिसिन्स की रिटेल या होलसेल बिज़नेस शुरू करो तो ड्रग एक्ट के अनुसार आपको दवा भंडारण के लिए अपने शॉप में प्रॉपर Wooden Racks या Iron Racks का प्रबंध करना जरुरी है। इसके अतिरिक्त शॉप का मैं शटर में एल्युमीनियम और Glass का लगाना भी अनिवार्य है। दुकान में एक फ्रिज और एयर कंडीशनर का होना भी अनिवार्य कर दिया गया है.
दवा की दुकान के लिए होलसेल लाइसेंस कैसे लें ?
How to get Wholesale Drug Licence In India?
4. ड्रग लाइसेंस लेना :
दोस्तों जब आप एक लोकेशन पर दुकान या गोडाउन सेलेक्ट कर लोगे और किसी फार्मासिस्ट को अपने बिज़नेस के लिए Hire कर लोगे तब जाकर आपकी ड्रग लाइसेंस लेने की प्रक्रिया शुरू होगी। इसके पश्चात आपको अपने जिला ड्रग इंस्पेक्टर के ऑफिस में विजिट करना होगा और उनसे होलसेल ड्रग लाइसेंस के लिए प्रयुक्त फॉर्म्स और एफिडेविट के प्रोफोर्मा मांगने होंगे. फिर उन डाक्यूमेंट्स के आधार पर आपको एक फाइल रेडी करनी होगी और पूरी प्रकिर्या करने के बाद सभी डाक्यूमेंट्स २ कपीस में ड्रग्स इंस्पेक्टर ऑफिस में 3000 रूपए के Paid Challan दस्तावेज के साथ जमा करवाने होंगे.
इसके पश्चात ड्रग इंस्पेक्टर आपकी शॉप का निरीक्षण करने आएगा और सभी पैरामीटर्स को चैक करेगा जैसे शॉप का साइज, स्टोरेज के लिए Wooden Racks या Iron Racks, फ्रिज, A. C . का इंस्टालेशन किया है नहीं, फार्मासिस्ट के दस्तावेज तथा इलेक्ट्रिसिटी के कनेक्शन जो कि कमर्शियल होना अनिवार्य है।
ड्रग लाइसेंस लेने के लिए आपको ड्रग इंस्पेक्टर के ऑफिस 4-5 चक्कर लगाने पड़ेंगे , ड्रग इंस्पेक्टर आपकी फाइल को वेरीफाई करके सीनियर ड्रग इंस्पेक्टर के पास फॉरवर्ड करेंगे, ड्रग इंस्पेक्टर अनुमोदन करेंगे की आपके सभी डाक्यूमेंट्स और शॉप तथा शॉप में सभी Eligibility पूर्ण हो गयी है और उनके अनुसार आपको Wholesale Drug Licence दे देना चाहिए। ड्रग इंस्पेक्टर के अनुमोदन के पश्चात सीनियर ड्रग इंस्पेक्टर आपको होलसेल ड्रग्स लाइसेंस इशू कर देंगे. हरियाणा (FDA हरियाणा) जैसे कुछ राज्यों में अब होलसेल और रिटेल ड्रग लाइसेंस ऑनलाइन प्रक्रिया के तहत मिलने शुरू हो चुके हैं जिसमे आपको सभी दस्तावेज तथा लाइसेंस फी विभाग की वेबसाइट पर लॉगिन करके ऑनलाइन जमा करवानी होगी। और सभी प्रकिर्या पूरी करके एक वीक में आपको ड्रग लाइसेंस मिल जाता है।
How TO Registered in GST?
5. GST में रजिस्ट्रेशन करवाएं ?
ड्रग लाइसेंस प्राप्त करने के पश्चात आपको GST करवाना बहुत आवश्यक है, बिना GST Number के आपको मेडिसिन Purchase और Sale दोनों ही नहीं कर पाओगे। आप इस तरह से GST Registration करवा सकते हैं।
वर्तमान GST Regime के तहत, वस्तुओं और सेवाओं की आपूर्ति करने वाले प्रत्येक व्यक्ति या कंपनी को गुड्स एंड सर्विस टैक्स (जीएसटी) के तहत पंजीकरण करवाना होता है। इसलिए, यदि आप एक वार्षिक कारोबार के साथ कारोबार चलाते हैं जो 20 लाख रुपये (सभी भारतीय राज्यों, उत्तर-पूर्वी राज्यों के अलावा) से अधिक है, तो आपको जीएसटीएन (माल और सेवा कर नेटवर्क) के साथ पंजीकरण करना होगा।
एक बार जब आप GST Regime के तहत पंजीकृत हो जाते हैं, तो आपको एक UNIQUE GSTIN (माल और सेवा कर पहचान संख्या) प्राप्त होगा। एक बार पंजीकरण पूरा करने के बाद केंद्र सरकार आपके लिए राज्यवार, 15 अंकों की संख्या जारी करती है। जीएसटी पंजीकरण के कई फायदे हैं जिनमें यह तथ्य शामिल है कि आपको आपूर्तिकर्ता के रूप में कानूनी पहचान मिलेगी। आप इनपुट टैक्स क्रेडिट का भी लाभ उठा सकते हैं और वस्तुओं और सेवाओं के प्राप्तकर्ताओं से जीएसटी वसूल सकते हैं। यदि आप Pharma Wholesale का business करते हैं तो आपको Input credit लेने में आसानी होगी।
GST Registration के लिए आवश्यक दस्तावेज
जीएसटी के तहत पंजीकरण करते समय आपको जिन दस्तावेजों को अपलोड करना होगा, उनकी लिस्ट इस प्रकार है।
- आवेदक का पैन कार्ड
- साझेदारी विलेख या निगमन प्रमाण पत्र
- पैन कार्ड, वोटर आईडी या प्रमोटर और / या साझेदारों के आधार कार्ड
- बिजली बिल, Rent agreement के समझौते के रूप में या SEZ के लिए व्यवसाय का पता प्रमाण, सरकार द्वारा जारी किए गए दस्तावेज
- कंपनी, फर्म या व्यक्ति का बैंक खाता विवरण
GST पंजीकरण प्रक्रिया :
आप GST Portal के माध्यम से जीएसटी के लिए ऑनलाइन पंजीकरण कर सकते हैं, या आप GST सेवा केंद्र में पंजीकरण कर सकते हैं।
कुछ आसान चरणों में ऑनलाइन जीएसटी के लिए पंजीकरण कैसे करें,
जीएसटी पोर्टल पर जाएं।
‘SERVICE ‘ टैब के तहत ‘Registration ‘ पर क्लिक करें और फिर ‘ New Registration’ पर क्लिक करें।
PART-A
A I am a ’के ड्रॉप-डाउन मेनू से‘ करदाता ’चुनें
अब, अपने नए Registration के लिए फॉर्म GST REG-01 भरें और अपने व्यापार, राज्य, ईमेल पते, मोबाइल नंबर और पैन कार्ड के कानूनी नाम जैसे विवरण दर्ज करें।
अपने मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी पर भेजे गए वन-टाइम पासवर्ड को दर्ज करके और ‘Forward ‘ पर क्लिक करके अपनी जानकारी सत्यापित करें।
जब आप प्रक्रिया को पूरा करते हैं और पार्ट बी में चले जाते हैं, तो आपको सत्यापन के बाद एक अस्थायी संदर्भ संख्या (TRN) प्राप्त होगी। इस नंबर पर ध्यान दें।
GST REGISTRATION – PART -B
PART -B के साथ शुरू करने के लिए, अपने TRN के साथ लॉगिन करें और CAPTHA कोड दर्ज करें। अपनी ईमेल आईडी और पंजीकृत मोबाइल नंबर पर भेजे गए OTP के साथ OTP सत्यापन को पूरा करें। फिर आपको GST पंजीकरण पृष्ठ पर REFORWARD किया जाएगा।
अब, अपनी कंपनी का नाम, पैन, उस राज्य का नाम, जिसमें आप अपना व्यवसाय पंजीकृत कर रहे हैं और अपने व्यवसाय के प्रारंभ होने की तिथि जैसे व्यवसाय की जानकारी प्रस्तुत करें। यहां, आपको उल्लेख करना होगा कि क्या आपके पास कोई मौजूदा Registration है।
फिर, अपने व्यवसाय के प्रमोटरों या भागीदारों के विवरण प्रस्तुत करें। Proprietorship Firm के मामले में, आपको प्रोपराइटर का विवरण जमा करना होगा। आपको व्यक्तिगत विवरण, पदनाम, DIN (निदेशक पहचान संख्या), पैन और आधार संख्या प्रदान करनी होगी।
इसके बाद, उस व्यक्ति का विवरण जमा करें जिसे आपने जीएसटी रिटर्न दाखिल करने के लिए अधिकृत किया है।
व्यवसाय का मुख्य स्थान जोड़ें, Address fill करें,
आधिकारिक संपर्क विवरण और Office ownership या Rent agreement submit करें।
व्यापार के किसी भी अतिरिक्त स्थानों का विवरण,
आपूर्ति की जाने वाली वस्तुओं और सेवाओं का विवरण, और कंपनी के बैंक खाते का विवरण।
आपके द्वारा Rgistered type of business के आधार पर आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें, जैसे wholesale drug Licence.
अब ‘Save and Continue’ पर क्लिक करें।
एक बार आवेदन जमा करने के बाद, आपको इसे डिजिटल रूप से Signature करना होगा।
अपना विवरण सहेजने के लिए Click submit ’पर क्लिक करें।
जमा करने के बाद, आपको अपने पंजीकरण की पुष्टि करने के लिए ईमेल या एसएमएस के माध्यम से एक आवेदन संदर्भ संख्या (ARN ) प्राप्त होगी। GSTIN एक अद्वितीय संख्या है जिसे Input tax credit mechanism को आपूर्ति किए गए सभी चालानों पर उद्धृत किया जाता है। यह न केवल आपको Input tax credit प्राप्त करने में मदद करता है, बल्कि आपको अपने व्यवसाय को पंजीकृत करने और उद्योग में अपनी विश्वसनीयता में सुधार करने में भी मदद करता है। इसके लिए जरूरी है कि आप जीएसटी का अनुपालन करें और समय पर जीएसटी रिटर्न दाखिल करें। एक बार पंजीकरण करने के बाद, आप जीएसटी पोर्टल से पंजीकरण प्रमाणपत्र भी डाउनलोड कर सकते हैं।
6. अपने प्रोडक्ट मार्केटिंग या फ्रैंचाइज़ी बिज़नेस !
एक बार होलसेल ड्रग्स लाइसेंस मिलने के बाद आपके पास दो विकल्प होंगे , पहला अपने खुद के कुछ प्रोडक्ट किसी मैन्युफैक्चर से बनवा कर उनकी विधिवत मार्केटिंग करना, दूसरा किसी अन्य स्थापित कंपनी की फ्रैंचाइज़ी लेकर किसी विशेष एरिया के लिए मार्केटिंग के राइट हासिल करना , यह एरिया आपका पूरा जिला हो सकता है या कुछ फिक्स टाउन।
अपने प्रोडक्ट बनवाना : यदि आप अपने प्रोडक्ट बनवाते हो और उनकी मार्केटिंग करते हो तो यह बिज़नेस थोड़ा COSTLY हो सकता है। क्योंकि अपने प्रोडक्ट बनवाने में सुरुवाती investment काफी ज्यादा लग जाता है. 50000 रूपए प्रति प्रोडक्ट लग सकता है , लेकिन एक बार अगर आप अपने प्रोडक्ट की म्हणत कर लोगे फिर आपको उम्र भर उसका उसका रिजल्ट मिलता रहेगा। आपके प्रोडक्ट की प्रोडक्ट की market में demand पैदा हो जाएगी जो हमेशा रहेगी। यह मंहगा परन्तु लॉन्ग longlasting business स्थापित हो जायेगा।
PCD Franchisee Business Model : यह बिज़नेस शुरू में काम लगत का है , इसमें बहुत इन्वैस्टमेंट के साथ काम सकते हैं। आपको किसी भी running कंपनी के regional ऑफिस में कॉल करके अपने एरिया के लिए उनके सेल rights को लेने बात करनी है। इसके पश्चात् आप उस कंपनी के product को अपने STYLE में मार्केटिंग कर सकते हैं जैसे Generic Marketing या Ethical Promotion भी कर सकते हैं। Generic marketing में जहा bulk sale करके मुनाफा कमाया जा सकता है वहीं Ethical Promotion के जरिये लिमिटेड सेल में अधिक rates पर प्रोडक्ट sale किये जाते हैं। जिसमे margin बढ़ जाता है और inventory handling कम करनी पड़ती है।
बिज़नेस के लिए जरुरी प्रमोशनल मैटेरियल्स !
7 Necessary Promotional Materials for Pharma Wholesale Business
- Product Glossary
- Reminder Cards
- Visual aids
- Printed Notepad
- Printed Pen
- Calenders
- Product Sample
1. Product Glossory:
Product Glossory यदि आप प्रोडक्ट बनवाकर मार्केटिंग करना चाहते हैं तो आपको कंपनी में available सभी प्रोडक्ट के लिए एक Glossory तैयार करवानी पड़ेगी जो डॉक्टर्स या मेडिकल्स stores पर विजिट करते समय उनको दिखानी होगी आपके प्रोडक्ट्स के बारे में सभी informations होंगी जैसे Composition , Packing , MRP इत्यादि। Glossory Pharma मार्केटिंग का काफी Important Part है।
Reminder Cards :
Reminder Cards एक specific product के बारे में सही information का leaflet होता है , जिसका use Doctors टेबल पर place करके उक्त Doctor को उस particular product के बारे में Remind कराने के काम आता है, जिसको देखकर Doctor पेशेंट्स को उस Particular Product को Prescribe करता है।
Visualaids :
Visualaids किसी भी प्रोडक्ट का कम्पलीट TECHNICAL Information Leaflets होता है जिसका use डॉक्टर्स या किसी अन्य Health Practitioner को Product के benifits , Dosage , Compositions , WORKING Mechanism बताने के लिए किया जाता है।
Product Samples :
Product sample किसी particular product का संक्षिप्त packing होता है जैसे normally एक tablet की स्ट्रिप में 10 tablets होती हैं। लेकिन sample 2 या 1 टेबलेट का Pack होता है जो Prescription से पहले Doctors को provide करवाया जाता है , Doctors उसके results देखने के बाद ही product का prescription शुरू करते हैं।
मेडिसिन्स Wholesale Business में कितना खर्चा आएगा ?
How much money required to start Pharma Wholesale Business ?
Pharma Wholesale business शुरू करने के लिए कितना पैसा लगेगा यह प्रश्न बहुत आम है। Pharma Wholesale business शुरू करने में कितना पैसा लगता है यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप अपने product बनवाकर sale करना चाहते हैं या किसी की PCD लेकर उनको SALE करना चाहते हैं।
यदि अपने प्रोडक्ट बनवाकर SALE करना चाहते हैं तो 10 product के साथ शुरू करने में 4 -6 लाख रुपये की जरुरत होगी। एक product average 50000 रुपये में तैयार होता है।
यदि आप दूसरी कंपनियों की PCD लेकर काम शुरू करना चाहते हैं, यह कुछ कम पैसे में शुरू हो जायेगा , यह काम 2 -3 लाख के बीच में शुरू हो सकता है। इस बिज़नेस में शुरू करना आसान होता है , इसमें product expiry का जोखिम काम हो जाता है।
Pharma Wholesale Business में Margin कितना रहता है ?
8. Margins:
न्यूयॉर्क विश्वविद्यालय के स्टर्न स्कूल ऑफ बिजनेस द्वारा जनवरी 2018 के एक अध्ययन के अनुसार, अमेरिकी दवा कंपनियों और बायोटेक सहित दवा कंपनियों के लिए औसत शुद्ध लाभ मार्जिन 12.5 प्रतिशत से 14 प्रतिशत रहता है । लेकिन कई कंपनियों के मार्जिन इससे कहीं ज्यादा हैं। यह अमेरिकी सन्दर्भ है।
In india Ethical way से 16-22% प्रतिशत मार्जिन के साथ ही उन्हें कंपनियों द्वारा प्रदान की जाने वाली Schemes और Offers का लाभ भी मिलता है। रिटेलर्स फ़ार्मेसी कंपनियों और स्टॉकिस्टों द्वारा दी गई क्रेडिट सुविधाओं का भी benefits लेते हैं। एक Retailer का मार्जिन लगभग 22 % होता है।
Pharma Wholesale Business में मार्जिन कंपनी के लिए अलग-अलग है। हम केवल बाहर से विश्लेषण करके किसी कंपनी के मार्जिन का अनुमान नहीं लगा सकते। हमें फार्मास्युटिकल क्षेत्र में मार्जिन की गणना करने के लिए कंपनी की व्यावसायिक रणनीति के साथ गहराई से शामिल होना होगा। रसायनज्ञ, फार्मेसियों, स्टॉकिस्ट और कैरिंग और फॉरवर्डिंग एजेंट (सीएफए) के प्रॉफिट मार्जिन भी कई कारकों पर निर्भर करते हैं जैसे Branded medicines , Generic medicines , दवाओं का ब्रांड मूल्य, OTC Products , Value of Company , नैतिक / अनैतिक practices आदि। जैसे कुछ Companies अपने stockists को Foreign tours जैसे attractive offers देते रहते हैं।
यहां हम Manufacturer से Retailer तक के लिए एक General margin pattern set रहता है जिसकी व्याख्या market में पहले से ही प्रचलित होती हैं। सबसे पहले आपको Pharmaceutical distribution channels के बारे में जानना होगा जिसके माध्यम से margins विभाजित होते है।
Conclusion :
Pharma Wholesale business शुरू करना हमेशा ही उम्मीदों भरा रहा है। यह एक White Collar business माना जाता है। जिसमे एक बार इन्वेस्टमेंट करने के बाद आपके लिए एक न्यूनतम Income की गारंटी माना जाता है। यह business लाइसेंस के साथ शुरू होने वाले बिज़नेस होने के कारण कुछ जटिलताओं से भरा हुआ माना जाता है , भारत में Wholesale Drug Licence हासिल करना काफी चुनौतीपूर्ण माना जाता है। क्योंकि India में Govt Office से काम कराना किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं है। यदि इन सब बातो को इग्नोर करे तो Pharma Wholesale business एक अच्छा बिज़नेस होता है। शुरुवात में कुछ परिश्रम करने के बाद एक अच्छा बिज़नेस स्थापित हो जाता है और Growth भी सालाना CAGR 20 % के करीब रह सकती है जो India के परिपेक्ष में अच्छी कही जाएगी।
इसलिए Pharma Wholesale business के लिए मेरी तरफ से Thumsup है. बेस्ट ऑफ़ LUCK आपके सुझावों का इंतज़ार रहेगा –