स्तन कैंसर के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। युवा महिलाएं भी इस बीमारी से प्रभावित हो रही हैं। बुधवार को KGMU में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रोफेसर आनंद मिश्रा ने कहा कि जागरूकता बढ़ाना जरूरी है। इसका इलाज उन्नत उपचार से संभव है।
प्रोफेसर मिश्रा ने कहा कि हर 1,000 में से 30 महिलाओं को स्तन कैंसर हो रहा है, जिनमें से 5 प्रतिशत मामलों का कारण आनुवंशिक है। उन्होंने समय पर इलाज की जरूरत पर जोर दिया। एसोसिएशन ऑफ ब्रेस्ट सर्जन ऑफ इंडिया 2-4 अगस्त को KGMU में स्तन कैंसर पर अपना 12वां वार्षिक सम्मेलन और कार्यशाला आयोजित कर रहा है।
सम्मेलन में 500 विशेषज्ञ नई इलाज तकनीकें और दवाएं साझा करेंगे। कुलपति प्रोफेसर सोनिया नित्यानंद उद्घाटन करेंगी। प्रोफेसर आश्रय आनंद ने कहा कि अधूरा इलाज खतरनाक हो सकता है और इससे कैंसर वापस आ सकता है।
सर्जरी के बाद स्तन में फिर से गांठ बनना इलाज में कमी का संकेत हो सकता है। इस बीमारी का दूसरे अंगों में फैलना ट्यूमर की गंभीरता के कारण होता है। डॉ. कुलरंजन ने कहा कि तीन नई दवाएं आई हैं जो स्तन कैंसर के चौथे चरण में भी असरदार हैं और बीमारी को नियंत्रित करती हैं।
As-Per: Economic Times of India.
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सन्दर्भ (References):
- Economic Times of India [https://health.economictimes.indiatimes.com/news/industry/breast-cancer-even-in-young-women-now/112185541-Website]
- स्तन कैंसर [https://www.cancer.gov/types/breast-NCI]