लालफीताशाही और बकाया राशि में कटौती के लिए CGHS का पुनर्गठन, आयुष्मान भारत के साथ लिंक है।

लालफीताशाही और बकाया राशि में कटौती के लिए CGHS का पुनर्गठन, आयुष्मान भारत के साथ लिंक है:


New Delhi:
ऐसा लगता है कि केंद्र सरकार नई सरकार के कार्यभार संभालने से पहले केंद्रीय सरकारी स्वास्थ्य योजना (CGHS) के लिए एक प्रमुख सुधार योजना तैयार कर रही है।


सूत्रों के अनुसार, कैबिनेट सचिव ने CGHS की समस्याओं के समाधान के लिए कई मंत्रालयों और विभागों के साथ चर्चा की है। इनमें प्रमुख निजी अस्पतालों के साथ साझेदारी, रेफरल प्रणाली और डॉक्टरों की कमी शामिल हैं। CGHS कार्डों को डिजिटलीकृत आयुष्मान भारत स्वास्थ्य खाता (ABHA) कार्डों के साथ जोड़ने पर भी विचार किया जा रहा है।
लालफीताशाही और बकाया राशि में कटौती के लिए CGHS का पुनर्गठन, आयुष्मान भारत के साथ लिंक है।
Image-Source: HexaHealth 


एक समिति इन मुद्दों पर विचार कर रही है कि मुख्य फोकस लालफीताशाही और बकाया राशि को कम करने पर है। सरकार 10,000 रुपये से कम के लेनदेन के लिए सरल प्रक्रिया लागू करने की योजना बना रही है, जबकि 10,000 रुपये से अधिक के लेनदेन के लिए उचित सत्यापन सुनिश्चित किया जाएगा।

CGHS 4.5 मिलियन से अधिक लोगों को सेवा प्रदान करता है। इसमें केंद्र सरकार के सेवारत और सेवानिवृत्त कर्मचारी, उनके आश्रित और सरकारी व निजी अस्पताल शामिल हैं।

इस साल फरवरी में एक संसदीय पैनल को दी गई जानकारी के अनुसार, CGHS ने जांच और इनडोर उपचार सुविधाओं के लिए देश भर में 1,735 निजी अस्पतालों और 209 प्रयोगशालाओं को सूचीबद्ध किया है।

हालांकि, 2014 से प्रक्रियाओं व निदान की दरों में संशोधन नहीं होने के कारण, कई निजी अस्पताल इस योजना में भाग लेने से हिचकिचा रहे हैं। बकाया राशि के निपटान में देरी और स्थिर सरकारी दरों ने योजना की प्रभावकारिता को कम कर दिया है।

सरकार के आकलन से पता चलता है कि निपटान के लिए बढ़ते बिल लंबित हैं, जिनमें से अधिकांश कम मूल्य के लेनदेन हैं। इस मामले से जुड़े एक अधिकारी ने ET को बताया, ”कुल मिलाकर, कम मूल्य के लेनदेन निपटान श्रृंखला को काफी हद तक बाधित कर रहे हैं, भले ही वे कुल बिलिंग मूल्य का लगभग 10 प्रतिशत ही क्यों न हों।”

सन्दर्भ (References):

  1. Economic Times of India [https://health.economictimes.indiatimes.com/news/policy/cghs-recast-in-works-to-cut-red-tape-and-dues-link-with-ayushman-bharat/110258556-Website]